वाघ नख का मतलब है बाघ के पंजे, जिसकी तस्वीर आप यहां देख रहे हैं. बाघ के पंजों की तरह ये डिज़ाइन किया गया, ताकि दुश्मन एक ही वार में मौत के घाट उतारा जा सके.
कहा जाता है कि 'वाघ नख' को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल सबसे पहले छत्रपति शिवाजी महाराज ने ही किया था.
ये अभी तक लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय में रखा हुआ था, लेकिन अब ये 3 साल तक महाराष्ट्र में ही रहेगा.