इस दौरान बाबर का पहली बार इब्राहिम लोदी से पानीपत में सामना हुआ, और उसे पता चला कि लोदी के पास 1 लाख सैनिक और 1 हज़ार हाथी थे.
वहीं, बाबर सिर्फ 10 से 12 हज़ार सैनिक लेकर ही हिंदुस्तान आया था, लेकिन पंजाब की सेना ने उससे हाथ मिलाया और ऐसे संख्या बढ़ी. Image Credit: openart
बावजूद इब्राहिम की सेना के मुकाबले कम ही थी, ऐसे में बाबर ने 'उस्मानी (रूमी)' तरीका अपनाया, और जीत गया. Image Credit: openart
इस तरीके में सेना के एक मजबूत भाग को पानीपत में टिकाया, दूसरे भाग को पेड़ों की डालियों और टहनियों से भरी एक खाई के जरिए सुरक्षा प्रदान की.
सामने की ओर गाड़ियों की एक बड़ी संख्या को आपस में बांधा, ऐसा करने से एक प्रतिरक्षक दीवार बन गई.